वर्तमान में केन्द्र द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का संचालन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत निम्नलिखित कार्य संचालित किये जा रहे है।
- ट्राउट रेसवेज निर्माण– उक्त योजना अन्तर्गत रेसवेज का निर्माण 01 युनिट (25mtX2mtX1.0mt) के आधार पर किया जाता है। मानकों के अनुरूप व्यक्तिगत लाभार्थी को चार युनिट तक का लाभ देय है, तथा समिति को अधिकतम 20 यूनिट तक अनुदान देय है, इस योजना के अन्तर्गत एक यूनिट ट्राउट रेसवेज निर्माण हेतु लागत धनराशि रू0 3.00 के सापेक्ष 40 प्रतिशत अनुदान सामान्य वर्ग एवं 60 प्रतिशत अनुदान महिला/अनुसूचित जाति वर्ग के लाभार्थियों हेतु विभाग द्वारा देय है। निर्मित रेसवेज हेतु मत्स्य पालकों को प्रथम वर्षीय निवेश जैसेमत्स्य आहार, मत्स्य बीज आदि पर लागत धनराशि रू0 2.50 के सापेक्ष 40 प्रतिशत अनुदान सामान्य वर्ग एवं 60 प्रतिशत अनुदान महिला/अनुसूचित जाति वर्ग के लाभार्थियों हेतु विभाग द्वारा देय है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत अन्य गतिविधियोॅ भी सम्मिलित है- जैसे फिश कियाॅस्क, इन्सुलेटेड/रेफ्रिजरेटर वाहन, बैकयार्ड आर्नामेन्टल यूनिट, आर0ए0एस0 यूनिट, बायोफ्लाक यूनिट, ट्राउट हैचरी आदि।
अन्य कार्य
मत्स्य बीज वितरण-
मत्स्य बीज विभाग द्वारा निधारित दरों पर माह जनवरी-फरवरी में ट्राउट एवं माह अप्रैल-जून में कामन कार्प, आमूर कार्प, तथा जुलाई-सितम्बर में भारतीय मेजर कार्प वितरण किया जाता है। इस हेतु बीज मांगपत्र कार्यालय- सहायक निदेशक मत्स्य, टिहरी गढ़वाल में अग्रिम रूप से जमा करवाना आवश्यक है।